वृद्ध विमर्श : परम्परा और आधुनिकता का द्वंद्व
उन सब किताबों को हम काबिले जब्ती समझते हैं कि जिन्हें पढ़कर बेटे बाप को खब्ती समझते हैं - अकबर इलाहाबादी इतिहास की गति में परंपरा और आधुनिकता का द्वंद्व स्वाभाविक प्रक्रिया है। परम्परा जनसमूह के अतीत के अनुभव , इतिहास तथा पूर्वजों द्वारा प्राप्त जीवन दर्शन की संचित सम्पदा है , तो आधुनिकता तर्कशील विवेक सम्मत मनु...
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